हमने भी फिर मौत को बहलाना सीख लिया। हमने भी फिर मौत को बहलाना सीख लिया।
पांच दिन और पांच रात के लिए नहीं पूरे साल भर के लिए होगा। पांच दिन और पांच रात के लिए नहीं पूरे साल भर के लिए होगा।
अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना। अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना।
सबकी जिम्मेदारी 'युद्धवीर' करना इसका बेडागर्क है। सबकी जिम्मेदारी 'युद्धवीर' करना इसका बेडागर्क है।
जबकि तुम सोचते भी हो और बोलते भी हो। जबकि तुम सोचते भी हो और बोलते भी हो।
आँखें डबडबा गई दोनों की और बो मेरी बाहों में थी। आँखें डबडबा गई दोनों की और बो मेरी बाहों में थी।